नई दिल्ली:
कोरोना वायरस (Coronavirus disease – COVID–19) के संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 42,158 हो गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है. लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना को काबू में किया जा सकता है.

कोरोना वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके
कोरोना का मुख्य लक्षण तेज बुखार है. बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं. रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना का लक्षण नहीं माना जा रहा है.
आइए जानते हैं कि इस वायरस के लक्षण और बचाव के तरीके क्या हैं.

- क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था. डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं. अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है. - क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं. संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है. कुछ मामलों में वायरस घातक भी हो सकता है. खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है. - क्या हैं इससे बचाव के उपाय?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए. अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें. जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें. अंडे और मांस के सेवन से बचें. जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें.
कोरोना की पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें

- तेज बुखार आनाः अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए. यदि आपका तापमान 99.0 और 99.5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे. अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37.7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है.
- कफ और सूखी खांसीः पाया गया है कि कोरोना कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है.
- सांस लेने में समस्याः वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है. सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है.
- फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षणः विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं.
- डायरिया और उल्टीः कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है. करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं.
- सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमीः बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है.
कोरोना वायरस से मृत्युदर

- 9 साल तक के बच्चों में- 0 प्रतिशत
- 10-39 वर्ष तक के लोगों में 0.2 प्रतिशत
- 40-49 वर्ष तक के लोगों में 0.4 प्रतिशत
- 50-59 वर्ष तक के लोगों में 1.3 प्रतिशत
- 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
- 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
- 70-79 वर्ष तक के लोगों में 8 प्रतिशत
- 80 से ज्यादा वर्ष के लोगों में 14.8 प्रतिशत
कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए WHO के 7 स्टेप्स
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सात आसान स्टेप्स बताए हैं, जिनकी मदद से वायरस को फैलने से रोका जा सकता है और खुद भी इसके इंफेक्शन से बचा जा सकता है.
भारत सरकार ने भी जारी की एडवाइज़री
भारत सरकार ने भी वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना देने को कहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 24 घंटे चलने वाला कंट्रोल रूम तैयार किया गया है.
फोन नंबर 011-23978046 के माध्यम से कंट्रोल रूम में संपर्क किया जा सकता है. इसके अलावा [email protected] पर मेलकर के भी वायरस के लक्षणों या किसी भी तरह की आशंकाओं के बारे में जानकारी ली जा सकती है.

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विश्व में कोरोना संक्रमण (COVID-19) पर एक नजर
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस से संक्रमित प्रति एक हज़ार व्यक्तियों में से नौ व्यक्तियों की मौत होने की आशंका है. अभी तक इस वायरस से बुजुर्गों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा है. लक्षण और उसकी रोकथाम के उपायों के बारे में जानने से पहले आइए देखते हैं दुनिया भर में संक्रमण की मौजूदा स्थिति क्या है।

- कोरोना से दुनिया भर में अब तक 42,158 लोगों की मौत हो चुकी है.
- ईरान में अब तक कोरोना से 2,898 और दक्षिण कोरिया में 165 लोगों की मौत हो चुकी है
- सिर्फ इटली में ही अब तक कोरोना से 12,428 लोगों की मौत हो गयी है.
- चीन में अब तक कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या 81,518 हो गयी है.
- चीन में अब तक कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या करीब 3305 हो गयी है.
- दुनिया भर में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 858,892 के पार चली गयी है.
कोरोना से जुड़े ताजा अपडेट के लिए इन वेबसाइट्स को देखें
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से वायरस के अपडेट जानने के लिए यहां क्लिक करें
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वायरस से संबंधित एडवाइजरी के लिए यहां क्लिक करें
वायरस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवालों का जवाब पाने के लिए यहां जाएं
WHO की तरफ से वायरस की ताजा स्थिति जानने के लिए यहां क्लिक करें

कोविड-19 के बारे में बुनियादी जानकारी
Coronavirus disease (COVID-19) बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है. वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है. आकार में इस छोटे वायरस ने पूरी दुनिया को डरा दिया है. दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर में नोवल (कोविड-19) का पहला मामला जानकारी में आया.
इस संक्रमण से प्रभावित लोगों में बुखार, सर्दी-जुखाम, खांसी तथा सांस लेने में तकलीफ पाई गई थी. डाक्टरों ने पाया ये लक्षण सार्स से काफी मिलते-जुलते हैं. नोवल वायरस (एनसीओवी/कोविड-19)परिवार का सातवां वायरस है. अब छह तरह के वायरस सामने आए हैं. इसकी अनुवांशिक संरचना 80 फीसदी तक चमगादड़ों में पाए जाने वाले सार्स वायरस जैसी मिली.